जींद में भट्ठा मजदूरों ने लघु सचिवालय के बाहर दिया धरना
जींद में भट्ठा मजदूरों ने रेट बढ़ोत्तरी, भट्ठों पर पीडीएस वितरण प्रणाली से राशन दिलवाने व अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार को लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार को भट्ठा मजदूरों व भट्ठा मालिकों के बीच रेट बढ़ोत्तरी के लिए श्रम विभाग के अधिकारी की उपस्थिति में समझौते बारे बातचीत होनी थी लेकिन बैठक में अधिकारी के ना आने के कारण यह बातचीत न हो सकी।
जिस पर भट्ठा मजदूरों ने रोष जताया और धरना दिया।
भट्ठा मजदूर यूनियन प्रधान सुरेश करसोला ने बताया कि रेट के लिए श्रम विभाग द्वारा चार बार तारीखें दी जा चुकी हैं लेकिन श्रम विभाग का अधिकारी एक बार भी बातचीत में शामिल नहीं हुआ। जिससे श्रम विभाग के अधिकारी की मंशा का पता चलता है। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को श्रम विभाग व भट्ठा मालिक एसोसिएशन को मांग पत्र दिए थे लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी समझौता नहीं हुआ। बार-बार तारीख मिल रही है। कोषाध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि 15 अप्रैल को जिलेभर के भट्ठा मजदूर अपने परिवार सहित लघु सचिवालय का कूच करेंगे और जब तक समझौता नहीं हो जाता तब तक लघु सचिवालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
ये है मांग
पथेर के मजदूरों को 760 रुपये प्रति हजार ईंटों का रेट व टायल का रेट 810 रुपये प्रति हजार किया जाए। भराई, खच्चर पशु रेहड़ी से 310 रुपये प्रति हजार 400 मीटर तक इसके बाद 25 रुपये प्रति 100 मीटर पर लीड दी जाए। भराई ट्रैक्टर वाहन से 310 रुपये प्रति 800 मीटर तक उसके बाद 500 मीटर पर 25 रुपये लीड अलग से दी जाए। निकासी 350 रुपये प्रति हजार दबाई सफाई सहित दी जाए।
फंदी खोलना व बंद करना लिपाई करना 2200 रुपये प्रति फंदी दिया जाए। लोडिंग, अनलोडिंग 270 रुपये प्रति हजार 20 किलोमीटर तक उसके बाद डेढ़ गुणा और 40 किलोमीटर पार करने पर दोगुणा दिया जाए। कोयला मेन, जलाई मिस्त्री, मुंशी, ड्राइवर, चौकीदार, बेलदार को 24 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जाए। हाजिरी रजिस्टर उत्पादन कार्ड लागू किया जाए। सभी भट्ठा मजदूरों को सुरक्षा उपकरण, दस्तानें हेलमेट व मास्क आदि दिए जाएं। मजदूरों को आने जाने का किराया व रास्ते में खाना खर्च दिया जाए।